महानिदेशक के डेस्क से
श्रीमती कंचन देवी, भा.व.से.
महानिदेशक
आगामी आयोजन
भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन
भा.वा.अ.शि.प-वन आनुवंशिकी एवं वृक्ष प्रजनन संस्थान में 15.04.2024 को मनाए गए 133वीं डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर जयंती पर रिपोर्ट -: 16 April 2024
नर्सरी में गुणवत्ता रोपण सामाग्री उत्पादन पर प्रशिक्षण - मदुरै -: 05 April 2024
नर्सरी में गुणवत्ता रोपण सामाग्री उत्पादन पर प्रशिक्षण - तिरुनेल्वेली -: 05 April 2024
रेड सैंडर्स- प्रभु का अपना पेड़ पर प्रशिक्षण रिपोर्ट (वीवीके, कोयंबत्तूर के तहत) -: 03 April 2024
आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में 07.03.2024 को वीवीके के तहत "खराब भूमि के पुनर्वास के लिए स्थायी भूमि प्रबंधन प्रथाओं" पर रिपोर्ट आयोजित की गई। -: 02 April 2024
वन विज्ञान भवन, नई दिल्ली में 21-22 मार्च 2024 तक दो दिवसीय राजभाषा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन -: 02 April 2024
आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में 21.03.2024 को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के जश्न पर रिपोर्ट -: 01 April 2024
आईसीएफआरई-आईएफबी, हैदराबाद में 04 मार्च 2024 को वीवीके के तहत "वन कीट कीट पहचान और क्षेत्र में उनके प्रबंधन" पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पर रिपोर्ट -: 01 April 2024
भा.वा.अ.शि.प.-पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केन्द्र, प्रयागराज द्वारा ‘‘वृक्ष आधारित आजीविका विकास’’ विषय पर एक दिवसीय ‘‘वृक्ष उत्पादक मेला’’ का आयोजन -: 01 April 2024
आईसीएफआरई-वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, असम, जोरहाट द्वारा आयोजित स्मारिका-वृक्ष उत्पादक मेला पर एक रिपोर्ट -: 27 March 2024
आईसीएफआरई-सीईसी, विशाखापत्तनम द्वारा आयोजित "मैंग्रोव प्रसार और आजीविका विकास तकनीकों" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम पर एक रिपोर्ट -: 27 March 2024
आईसीएफआरई-सीईसी, विशाखापत्तनम द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस पर एक रिपोर्ट -: 27 March 2024
और पढ़ेंभा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी
जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी
जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है।
कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक
पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।
मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक
वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।
देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन
देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।
बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण
उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।