महानिदेशक के डेस्क से

श्री अरुण सिंह रावत, भा.व.से.
महानिदेशक
आगामी आयोजन
वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में 2020 में लघु अवधि के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का कैलेंडर updated: 24 January 2020
बुलेटिन बोर्ड 
वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के वर्ष २०२१ -२२ के लिए लघु अवधि प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कैलेंडर updated: 02 February 2021
हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा वर्ष २०२०-२१ में आयोजित किये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों का कैलेंडर updated: 12 June 2020
वन आनुवंशिकी एवं वृक्ष प्रजनन संस्थान, कोयम्बटूर द्वारा वर्ष २०२०-२१ में आयोजित किये जाने वालेअल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का कैलेंडर updated: 12 June 2020
वृक्ष प्रजातिओं और प्रतिरूपों के परीक्षण और विमोचन के लिए अनुमोदित दिशानिर्देश updated: 29 May 2020
वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट में लघु अवधि प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की विवरणिका updated: 15 October 2019
भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन
वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट द्वारा 12 अप्रैल, 2021 को आयोजित "बांस नर्सरी प्रथाओं, खेती और प्रबंधन" पर प्रशिक्षण पर एक रिपोर्ट व.व.अ.सं.: 13 April 2021
वन अनुसंधान केंद्र - इको-पुनर्वास, प्रयागराज द्वारा 18 से 19 मार्च, 2021 तक "संरक्षण, प्रबंधन और कम ज्ञात पौधों के सतत उपयोग पर आभासी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन" की कार्यवाही पर एक रिपोर्ट व.अ.कें. ई.पु.: 13 April 2021
वन उत्पादकता संस्थान, रांची के द्वारा 6 अप्रैल 2021 को आयोजित "मधुका इंडिका संग्रह और विभिन्न प्रकार की मधुका इंडिका का उपयोग" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की एक रिपोर्ट व. उ. सं.: 12 April 2021
वन जैवविविधता संस्थान,हैदराबाद द्वारा 31 मार्च 2021 को "इम्यूनोलॉजी और मूल प्रकृति में सुधार लाने के लिए वन की भूमिका और प्रतिरक्षा में सुधार लाने में वन की भूमिका" पर आयोजित सेमिनार की एक रिपोर्ट व.जै.सं.: 09 April 2021
वन जैवविविधता संस्थान,हैदराबाद द्वारा 24 मार्च 2021 को "कोविड-19" पर आयोजित सेमिनार की एक रिपोर्ट व.जै.सं.: 09 April 2021
वन जैवविविधता संस्थान,हैदराबाद द्वारा 30 मार्च 2021 को "राज्य REDD + एक्शन प्लान (SRAP) विकसित करने के लिए राज्य वन विभागों की क्षमता निर्माण" पर आयोजित सेमिनार की रिपोर्ट व.जै.सं.: 09 April 2021
वन अनुसंधान केंद्र - इको-पुनर्वास, प्रयागराज के द्वारा 21 मार्च 2021 को "अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस" के आयोजन पर एक रिपोर्ट व.अ.कें. ई.पु.: 08 April 2021
वन आनुवंशिकी एवं वृक्ष प्रजनन संस्थान, कोयम्बटूर द्वारा 26 मार्च 2021 को "पेड़ उत्पादकों और तमिलनाडु के अन्य हितधारकों के लिए डिजिटल इंटरएक्टिव प्लेटफॉर्म का विकास और लोकप्रिय बनाने" पर हितधारकों की आयोजित कार्यशाला पर एक रिपोर्ट व.आ.वृ.प्र.सं.: 08 April 2021
वन अनुसंधान केंद्र - इको-पुनर्वास, प्रयागराज के द्वारा वन विज्ञान केंद्र, गोरखपुर में 15 मार्च, 2021 से 19 मार्च, 2021 तक "एग्रोफोरेस्ट्री" पर पांच दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम पर एक रिपोर्ट व.अ.कें. ई.पु.: 07 April 2021
हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा २१ मार्च २०२१ को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस मनाया गया जिसका थीम "फॉरेस्ट रिस्टोरेशन: ए पाथ टू रिकवरी एंड वेल बीइंग" विषय पर एक रिपोर्ट हि.व.अ.सं.: 05 April 2021
वन उत्पादकता संस्थान,रांची द्वारा 24 से 25 मार्च 2021 तक "आणविक जीवविज्ञान तकनीकों पर" दो दिवसीय प्रशिक्षण पर एक रिपोर्ट व. उ. सं.: 01 April 2021
वन उत्पादकता संस्थान,रांची द्वारा 12 मार्च 2021 को " लाक खेती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फ्लेमिंगिया की जेनेटिक मूल्यांकन और सुधार तकनीकों" पर मासिक सेमिनार पर एक रिपोर्ट व. उ. सं.: 01 April 2021
हिमालय वन अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा 17 मार्च 2021 को "वानिकी अनुसंधान, सतत वन प्रबंधन और आजीविका" पर एक दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला की आयोजन पर एक रिपोर्ट हि.व.अ.सं.: 26 March 2021
भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी
जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है।
जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी
पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।
कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक
वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।
मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक
देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।
देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन
उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।
बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण